चंबा में प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाए-उपायुक्त चंबा बोले

Order issued make tv free india success chamba  को सफल बनाने के लिए क्षय रोग से जिला चंबा को मुक्त करवाना प्राथमिकता और इस रोग के खात्मे के लिए आयुष विभाग के साथ पंचायती राज प्रतिनिधियों व गैर सरकारी संगठनों की सक्रियता के साथ जन भागीदारी सुनिश्चित की जाए। डीसी राणा ने जिला स्तरीय क्षय रोग उन्मूलन समिति, जिला टीवी फोरम व जिला स्तरीय टीवी कोमोर्वीडिटी की समीक्षा बैठक में यह बात कही।

order issued make tv free india success chamba

परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण विभाग द्वारा ज़िला में क्षय रोग के खात्मे के लिए उठाए जा रहे आवश्यक कदमों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने प्रभावी टेस्टिंग और जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के साथ विशेष कार्य योजना तैयार करने को भी कहा। उन्होंने टीवी मुक्त भारत अभियान के तहत निर्धारित किए गए लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा।

उन्होंने प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान के तहत टीवी रोगियों की सहायता के लिए नि:क्षय मित्र बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों के लक्ष्य भी निर्धारित किए। उन्होंने बताया कि नि:क्षय मित्र बनकर रोगियों के लिए पोषण किट देकर और जांच व रोजगार से जुड़ी मदद कर अपना सहयोग दे सकते हैं।

 

उन्होंने बताया कि नि:क्षय मित्र बनने के लिए https://communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करें।उन्होंने कहा कि क्षय रोग से संबंधित जानकारी के लिए ” टीवी आरोग्य साथी” ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त टोल फ्री हेल्पलाइन 1800116666 और 01899-292638 पर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

उपायुक्त ने बताया  कि सामान्य क्षय रोगी को अपने पोषण के लिए इलाज की अवधि के दौरान हर महीने 500 रुपए की राशि दी जाती है। जबकि एमडीआर रोगी के लिए यह राशि 1500 रुपए है तथा इस राशि को सीधे रोगी के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है। रोगी की पहचान करने और उसकी टेस्टिंग के लिए आशा वर्कर को भी विशेष प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है।

इसके पश्चात उपायुक्त ने एचआईवी-एड्स संबंधित जिला स्तरीय परामर्श समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव का सामना न करना पड़े, यह हम सब का सामूहिक दायित्व है। एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है।

 

उन्होंने बताया कि एचआईवी संक्रमित माता-पिता के बच्चों को भी 18 वर्ष की आयु तक उनकी शिक्षा व अन्य जरूरतों के लिए प्रतिमाह 300 से 800 रुपए तक आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। इस संबंध की जानकारी और आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी या स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त एचआईवी संक्रमण से जुड़ी जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1097 पर भी संपर्क किया जा सकता है।

यह भी पढ़े

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *